काल: age ERA tense season point part epoch call while
उदाहरण वाक्य
1.
के आकाश और काल को पढ़ा जा सकता
2.
दुनिया तो जीव, पुदगल, धर्म, अधर्म, आकाश और काल इन ६ द्रव्यों से मिलकर बनी है...
3.
जैन दर्शनानुसार ये ही जीव, पुद्गल, धर्म, अधर्म आकाश और काल नामक छह मूलद्रव्य हैं, जिनसे विश्व के समस्त सत्तात्मक पदार्थों का निर्माण हुआ है।
4.
प्रशस्तपाद ने अपरजाति (व्याप्यसामान्य) के अभाव के कारण दिशा को भी आकाश और काल के समान एक पारिभाषिक संज्ञा माना और सूत्रकार के मन्तव्य का अनुवाद सा करते हुए यह बताया कि-' यह इससे पूर्व में है ; यह इससे पश्चिम में है-ऐसी प्रतीतियाँ जिसकी बोधक हों, वह दिशा है।
5.
जैन दर्शन के अनुसार, ब्रह्मांड एक शुरुआत है या एक अंत के बिना शाश्वत है | यह दो द्रव्य (वस्तुओं) अर्थात से बना है | जीव (जीवन) और अजीव (गैर जीवन यानी पुड़गल, धर्म, अधर्म, आकाश और काल) | जैन धर्म परमेश्वर की सर्वोच्चता को नहीं पहचानता |